मौर्य साम्राज्य चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा स्थापित किया गया जिसने प्राचीन भारत में 322 ईसा पूर्व और 180 ईसा पूर्व के बीच शासन किया। इस पोस्ट आप मौर्य साम्राज्य की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेंगे| हमने मौर्य साम्राज्य की जानकारी NCERT BOOK और कुछ ऑथेंटिक वेबसाइट से लिया हैं| यह पोस्ट UPSC,SSC,BANK और RAILWAY एग्जाम के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण हैं| Quiz में मौर्य राजवंश से जुड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी गई हैं जिसको NCERT बुक से लिया गया हैं| आप क्विज के डिस्क्रिप्शन में बहुत सी जानकारी जुटा पाएंगे जो आपके किसी भी एग्जाम में मदद करेगा| For Offline Reading You can Downlod Gkpadho App From Google Play Store. Download Now –
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संस्थापक | चंद्रगुप्त मौर्य (322 ईसा पूर्व स्थापित किया गया) |
पहला | चंद्रगुप्त |
दूसरा | बिंदुसारा |
तीसरा | अशोक |
चौथा | दशरथ |
पांचवा | संप्रति |
छठा | शालीशुका |
सांतवा | देववर्मन |
आठवां | शताधनवन |
अंतिम | बृहद्राथ |
राजधानी | पाटलिपुत्र (वर्तमान में पटना, बिहार) |
भाषा | संस्कृत, मगधी प्राकृत |
धर्म | हिंदू धर्म,बुद्ध धर्म,जैनधर्म,आजीविक |
एरिया | 5,000,000 km square (1,900,000 वर्ग मील)पाकिस्तान,बांग्लादेश,अफ़ग़ानिस्तान, नेपाल,ईरान |
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Contents
15 Quetions Quiz On Maurya Empire/Dynasty With Hindi Explantion
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हाल के वर्षो में पूछे गये प्रश्न जो की मौर्य काल से संबंधित हैं | उत्तर |
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सांची में स्थित विशालतम स्तूप किस काल का माना जा सकता है ? | मौर्य काल |
किस व्यक्ति का नाम ‘देवनाम पियादशी’ भी था ? | मौर्य राजा अशोक |
चन्द्रगुप्त मौर्य के बाद मौर्य सिंहासन पर कौन बैठा था ? | बिन्दुसार |
चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया यूनानी राजदूत कौन था ? | मेगास्थनीज |
यूनानियों को भारत से बाहर किसने निकाला था ? | चंद्रगुप्त मौर्य |
सेल्यूकस निकेटर पराजित किया गया था | चन्द्रगुप्त मौर्य द्वारा |
मेगस्थनीज बहुत वर्ष तक किसके दरबार में रहते थे ? | मौर्य राजाओं |
मौर्य काल के दौरान शिक्षा का सबसे प्रसिद्ध केन्द्र कौन था ? | तक्षशिला |
किस वंश में कॉटिल्य का वर्णन मिलता है ? | मौर्य |
मौर्य वंश के तत्काल बाद किस वंश ने आकर मगध राज्य पर शासन किया | शुंगवंश |
सांची स्तूप का निर्माण करने वाला मौर्य राजा कौन था ? | अशोक |
मौर्य वंश के शासन के दौरान स्थानिक’ कौन था ? | जिला प्रशासक |
गौतम बुद्ध का जन्म स्थान किसके द्वारा अंकित किया जाता है ? | अशोक मौर्य का ‘रुमिनदेई स्तंभ |
चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने अंतिम दिन कहाँ गुजारे ? | श्रवणबेलगोला |
अर्थशास्त्र’ के लेखक किसके समकालीन थे ? | चंद्रगुप्त मौर्य |
कौन-से मौर्य शासक भद्रबाहु के साथ श्रवणबेलगोला गए थे ? | चंद्रगुप्त |
अब तक के सबसे पुराने शिलालेख जिनकी गूढ लिपि समझी जा चुकी है, किससे संबंधित है ? | मौर्य काल से |
मौर्य साम्राज्य की राजधानी कहाँ स्थित थी ? | पाटलिपुत्र |
अशोक किस राजवंश का राजा थे ? | मौर्य |
चन्द्रगुप्त मौर्य किस ई०पू० में पैदा हुए थे? | 340 ई०पू० |
चन्द्रगुप्त मौर्य पाटलिपुत्र में पैदा हुआ था, जो अब किस राज्य में है ? | बिहार |
चन्द्रगुप्त मौर्य का पुत्र कौन था ? | बिन्दुसार |
मौर्य वंश के ऐसे कौन-से शासक थे जिन्होंने अभिलेखों द्वारा जनता तक अपने संदेश पहुँचाने का प्रयास किया ? | अशोक |
Maurya Empire Image From Ncert Book
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One liner Gk On Maurya Empire/Dynasty
- जस्टिन के अनुसार चन्द्रगुप्त मौर्य के अधीन सम्पूर्ण भारत था।
- चन्द्रगुप्त मौर्य के सौराष्ट्र प्रांत के शासक पुष्यगुप्त ने सुदर्शन तड़ाग का निर्माण उर्जयत पर्वत पर एक सेतु बनाकर किया था।
- अशोक ने अपने शासन काल में 25 बार बंदियों को मुक्त किया था।
- अशोक के राज्य के सीमावर्ती राज्य थे- चोल, पाण्ड्य, सतियपुत्र, केरलपुत्र,ताम्रपर्णी, यवनराज आदि।
- अशोक ने जनसाधारण की भाषा पालि का प्रयोग किया।
- अशोक ने अपने राज्याभिषेक के आठवें वर्ष सम्पन्न कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म ग्रहण किया। अशोक ने बौद्ध धर्म प्रचारकों के माध्यम से इस धर्म को मध्य एशिया,
- नेपाल,चीन,जापान, तिब्बत, बर्मा, थाईलैण्ड एवं कम्बोडिया में पहुंचाया।
- अशोक ने राष्ट्रीय भाषा के रूप में पालि एवं राष्ट्रीय लिपि के रूप में ब्राह्मी को अपनाया।
- सांची, सारनाथ एवं कौशाम्बी स्तम्भ लेखों में अशोक के उन आदेशों का उल्लेख जिनमें उसने महामात्रों को संघ भेद रोकने की आज्ञा दिया है।
- रानी के स्तम्भ लेख (कौशाम्बी) में अशोक की पत्नी करुवाकी द्वारा किए गए दान का वर्णन है।
- अशोक के ‘एर्रगुडी अभिलेख’ में ब्राह्मी लिपि दायें से बायीं ओर लिखी गई है।
- अशोक के ‘महास्थान लेख’ से अन्न भण्डार के विषय में जानकारी मिलती है।
- अशोक के “एकाश्मक स्तम्भ’ का सबसे अच्छा उदाहरण सारनाथ का सिंह स्तम्भ है। संकिसा स्तम्भ के शीर्ष पर हाथी बना है।
- रुम्मिनदेई का स्तम्भ सबसे छोटा (केवल 21 फिट ऊंचा) है। इसके शीर्ष पर ‘घोड़ा’ बना है।
- रामपुरवा स्तम्भ (लेख युक्त) के शीर्ष पर ‘सिंह’ बना है।
- रामपुरवा स्तम्भ (लेख विहीन) के शीर्ष पर ‘वृषभ’ बना है।
- 1837 में अशोक के लेखों को सर्वप्रथम जेम्स प्रिंसेप ने पढ़ा।
- 1750 में टीफेन्थैलर ने सबसे पहले दिल्ली में अशोक स्तम्भ का पता लगाया। अशोक का दो लिपियों का शिलालेख या द्विभाषीय शिलालेख (ग्रीक+आर्मेइक) शर-ए-कुना (कन्धार) से प्राप्त हुआ है।
- भाबू शिलालेख बैराट पर्वत की चोटी पर स्थित एक शिलाखण्ड पर अंकित है। यहीं से अशोक के बौद्ध धर्म स्वीकार करने का उल्लेख मिलता है।
- मौर्य काल में सर्वाधिक वेतन 48,000 पण एवं सबसे कम वेतन 60 पण था। प्रवहण एक प्रकार का सामूहिक समारोह था।
- रंगोपजीवी एवं रंगोपजीविनी क्रमशः पुरुष कलाकार एवं स्त्री कलाकार को कहा जाता था। फाह्यान के अनुसार अशोक ने 8 पुराने स्तूपों को खुदवाकर उनके अवशेषों पर करीब 84,000 स्तूप बनवाये।
- अधिकारियों की धर्म प्रचार यात्रा को ‘अनुसंयान’ कहा गया है।
- अर्थशास्त्र में शूद्रों को ‘आर्य’ कहा गया है। पतंजलि के महाभाष्य से पता चलता है कि मौर्य काल में देवताओं की मूर्तियों को बेचा जाता था।
- मौर्य साम्राज्य के पतन के उपरान्त ब्राह्मण साम्राज्य का उदय हुआ। इस साम्राज्य के अन्तर्गत प्रमुख शासक वंश थे-शृंग, कण्व, आंध्र, सातवाहन एवं वाकाटक।
- कौटिल्य ने उन स्त्रियों के अनिष्कासिनी’ कहा है जो घर से बाहर नहीं निकलती थी|
- गुजर्रा एवं मास्की अभिलेख में अशोक का नाम अशोक मिलता है। शेष अभिलेखों में अशोक का नाम देवानामपिय पियदसि उल्लिखित हैं।
- मौर्यकालीन पुलिस को रक्षिन कहा गया है।
- मौर्य काल में पहली बार दासों को कृषि कार्य में संलग्न किया गया।
- उपधा परीक्षण’ द्वारा राजा मंत्रियों एवं पुरोहितों की नियुक्ति के पूर्व उनकाचारित्रिक परीक्षण करता था।
- राज्य के सप्तांग सिद्धांत को चाणक्य ने प्रतिपादित किया था।
- भारतीय ग्रंथों में बैक्ट्रियन को यवन, पार्थियन को पहलव, सीथियन को शक एवं यू-ची जाति को कुषाण कहा गया है।
- मैत्रेय’ बुद्ध के नामों में से एक है जिसका उल्लेख सर्वाधिक बार हुआ है।
- बुद्ध की मूर्तियों का सर्वप्रथम अंकन कनिष्क द्वारा चलाये गये सिक्कों पर हुआ हैं|
- अब तक बुद्ध की मूर्ति दो रूपों में या तो खड़ी हुई या फिर बैठी हुई मिलीहैं।
- बुद्ध की मूर्तियां अधिक मात्रा में गांधार कला के अन्तर्गत बनीं हैं। मथुरा कला में सबसे कम मूर्तियां ‘अवलोकितेश्वर बोधिसत्व’ की मिली हैं।
- कुषाणों ने गुप्त स्वर्ण मुद्रा की तुलना में अधिक शुद्ध स्वर्ण मुद्राएं जारी की। दैनिक लेन-देन में कुषाण लोग तांबे की मुद्रा का प्रयोग करते थे।
- ‘शतमान’ चांदी के बने सिक्के को कहते थे।
- काकिनी’ तांबे एवं रांगे से निर्मित सिक्के को कहते थे। ‘कर्षापण’ चार धातुओं- सोना, चांदी, तांबे व सीसे से निर्मित सिक्के को कहते थे।
- रोमन साम्राज्य के साथ सर्वप्रथम व्यापारिक संबंध दक्षिण के तमिल राज्यों ने स्थापित किया। पतंजलि ने मथुरा में ‘सटका’ नाम के वस्त्र के पाए जाने काउल्लेख किया है।
- भारत में प्राप्त अधिकांश रोमन स्वर्ण सिके रोमन सम्राट आगस्टस एवं टाइबेरियस के समय के हैं। |
- रोमनवासी भारतीय मसाले, रत्न, वस्त्र एवं पशुपक्षियों में तोता, मोर, लंगूर आदि को पसंद करते थे।
- ‘अरिकामेडु’ बन्दरगाह को ‘पेरिप्लस ऑफ दि एरिथ्रियन सी’ में ‘पेडुका’ नाम से संबोधित किया गया है।
- भारत के पश्चिमी तट पर ‘बेरीगीजा’ बन्दरगाह सर्वाधिक प्राचीन एवं बड़े प्रवेशद्वार वाला बन्दरगाह था।
- भारतीय यूनानी शासक मेनाण्डर ने बौद्ध धर्म एवं हेलियोडोरस ने भागवत् धर्म स्वीकार किया था।
- भारतीय-यूनानियों ने ही सर्वप्रथम सोने के सिक्के जारी किया एवं उन पर लेखउत्कीर्ण करवाया।
- ‘यवनिका’ संस्कृत के नाटकों में पटाक्षेप के लिए प्रयोग होने वाला यूनानी शब्द है। | पहला ईसाई धर्म प्रचारक सेंट टामस पहलव शासक ‘गोंडोफर्निस’ के समय में भारत आया
- शक शासक रुद्रदामन का ‘जूनागढ़ अभिलेख’ संस्कृत भाषा का प्रथम सबसे बड़ा अभिलेख है।
- हिन्दूकुश पर्वत के दक्षिण में सर्वप्रथम तांबे के सिक्के चलाने का श्रेय कुजुल कडफिसेस को दिया जाता है।
- भूमिदान का प्रथम अभिलेखीय साक्ष्य प्रथम शताब्दी ई० पू० (सातवाहनों के समय) में मिलता है। महान ‘शिल्क मार्ग पर कुषाणों का अधिकार था।
- कनिष्क ने कश्मीर को जीत कर ‘कनिष्कपुर नगर की स्थापना की।
- कुषाणों के समय में राजतंत्र में दैवी तत्वों का समायोजन किया गया एवं इस वंश के राजाओं को ‘देवपुत्र’ कहा गया।
- नागार्जुन की तुलना मार्टिन लूथर से की जाती है। इन्हें भारत का आईस्टीन’ भी कहा जाता है।
- वसमित्र द्वारा रचित ‘महाविभाषा सूत्र’ को बौद्ध धर्म का विश्वकोष कहा जाता है।
- कुषाणों ने अपने प्रांतों में द्वैध शासन की प्रणाली प्रारम्भ की।
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