Hindi GK Question (Part-34) | रबड़ का संबंध किस प्रकार
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Question No. 1
1 pointsरबड़ का संबंध किस प्रकार की वनस्पति से है-
CorrectANSWER-उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन
इंडिया स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2011 के अनुसार भारत में वनों का कुल क्षेत्रफल भारत के क्षेत्रफल का 21.05 प्रतिशत है।
उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन ये वन पश्चिमी घाटों के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों, असम के ऊपरी भागों तथा तमिलनाडु के तट तक सीमित हैं। ये । उन क्षेत्रों में भली-भाँति विकसित हैं जहाँ 200 सेमी० से अधिक वर्षा के साथ एक थोड़े समय के लिए शुष्क ऋतु पाई जाती है। इन वनों में वृक्ष 60 मी० या इससे अधिक ऊँचाई तक पहुँचते हैं। चूँकि ये क्षेत्र वर्ष भर गर्म तथा आर्द्र रहते हैं अतः यहाँ हर प्रकार की वनस्पति – वृक्ष, झाड़ियाँ व लताएँ उगती हैं और वनों में इनकी विभिन्न ऊँचाईयों से कई स्तर देखने को मिलते हैं। वृक्षों में पतझड़ होने का कोई निश्चित समय नहीं होता। अतः यह वन साल भर हरे-भरे लगते हैं। इन वनों में पाए जाने वाले व्यापारिक महत्त्व के कुछ वृक्ष आबनूस (एबोनी), महोगनी, रोजवुड, रबड़ और सिंकोना हैं।
IncorrectANSWER-उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन
इंडिया स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2011 के अनुसार भारत में वनों का कुल क्षेत्रफल भारत के क्षेत्रफल का 21.05 प्रतिशत है।
उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन ये वन पश्चिमी घाटों के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों, असम के ऊपरी भागों तथा तमिलनाडु के तट तक सीमित हैं। ये । उन क्षेत्रों में भली-भाँति विकसित हैं जहाँ 200 सेमी० से अधिक वर्षा के साथ एक थोड़े समय के लिए शुष्क ऋतु पाई जाती है। इन वनों में वृक्ष 60 मी० या इससे अधिक ऊँचाई तक पहुँचते हैं। चूँकि ये क्षेत्र वर्ष भर गर्म तथा आर्द्र रहते हैं अतः यहाँ हर प्रकार की वनस्पति – वृक्ष, झाड़ियाँ व लताएँ उगती हैं और वनों में इनकी विभिन्न ऊँचाईयों से कई स्तर देखने को मिलते हैं। वृक्षों में पतझड़ होने का कोई निश्चित समय नहीं होता। अतः यह वन साल भर हरे-भरे लगते हैं। इन वनों में पाए जाने वाले व्यापारिक महत्त्व के कुछ वृक्ष आबनूस (एबोनी), महोगनी, रोजवुड, रबड़ और सिंकोना हैं।
- Question 2 of 4
Question No. 2
1 pointsसिनकोना के वृक्ष कितनी वर्षा वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं-
CorrectANSWER-100 से०मी०
ये वन पश्चिमी घाटों के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों, असम के ऊपरी भागों तथा तमिलनाडु के तट तक सीमित हैं। ये उन क्षेत्रों में भली-भाँति विकसित हैं जहाँ 200 सेमी० से अधिक वर्षा के साथ एक थोड़े समय के लिए शुष्क ऋतु पाई जाती है। इन वनों में वृक्ष 60 मी० या इससे अधिक ऊँचाई तक पहुँचते हैं। चूँकि ये क्षेत्र वर्ष भर गर्म तथा आर्द्र रहते हैं अत: यहाँ हर प्रकार की वनस्पति – वृक्ष, झाड़ियाँ व लताएँ उगती हैं और वनों में इनकी विभिन्न ऊँचाईयों से कई स्तर देखने को मिलते हैं। वृक्षों में पतझड़ होने का कोई निश्चित समय नहीं होता। अतः यह वन साल भर हरे-भरे लगते हैं। इन वनों में पाए जाने वाले व्यापारिक महत्त्व के कुछ वृक्ष आबनूस (एबोनी), महोगनी, रोजवुड, रबड़ और सिंकोना हैं।
IncorrectANSWER-100 से०मी०
ये वन पश्चिमी घाटों के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों, असम के ऊपरी भागों तथा तमिलनाडु के तट तक सीमित हैं। ये उन क्षेत्रों में भली-भाँति विकसित हैं जहाँ 200 सेमी० से अधिक वर्षा के साथ एक थोड़े समय के लिए शुष्क ऋतु पाई जाती है। इन वनों में वृक्ष 60 मी० या इससे अधिक ऊँचाई तक पहुँचते हैं। चूँकि ये क्षेत्र वर्ष भर गर्म तथा आर्द्र रहते हैं अत: यहाँ हर प्रकार की वनस्पति – वृक्ष, झाड़ियाँ व लताएँ उगती हैं और वनों में इनकी विभिन्न ऊँचाईयों से कई स्तर देखने को मिलते हैं। वृक्षों में पतझड़ होने का कोई निश्चित समय नहीं होता। अतः यह वन साल भर हरे-भरे लगते हैं। इन वनों में पाए जाने वाले व्यापारिक महत्त्व के कुछ वृक्ष आबनूस (एबोनी), महोगनी, रोजवुड, रबड़ और सिंकोना हैं।
- Question 3 of 4
Question No. 3
1 pointsसिमलीपाल जीव मंडल निचय कौन-से राज्य में स्थित है-
CorrectANSWER-ओडिशा
भारत विश्व का अकेला देश है जहाँ शेर तथा बाघ दोनों पाए जाते हैं। भारतीय शेरों का प्राकृतिक वास स्थल गुजरात में गिर जंगल है। बाघ मध्य प्रदेश तथा झारखंड के वनों, पश्चिमी बंगाल के सुंदरवन तथा हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। बिल्ली जाति के सदस्यों में तेंदुआ भी है यह शिकारी जानवरों में मुख्य है।
IncorrectANSWER-ओडिशा
भारत विश्व का अकेला देश है जहाँ शेर तथा बाघ दोनों पाए जाते हैं। भारतीय शेरों का प्राकृतिक वास स्थल गुजरात में गिर जंगल है। बाघ मध्य प्रदेश तथा झारखंड के वनों, पश्चिमी बंगाल के सुंदरवन तथा हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। बिल्ली जाति के सदस्यों में तेंदुआ भी है यह शिकारी जानवरों में मुख्य है।
- Question 4 of 4
Question No. 4
1 pointsभारत के कौन-से जीव मंडल निचय विश्व के जीव मंडल निचयों में लिए गए हैं-
CorrectANSWER-मन्नार की खाड़ी
देश में चौदह जीव मंडल निचय (आरक्षित क्षेत्र) स्थापित किए गए हैं। इनमें से चार सुंदरवन (पश्चिम बंगाल), नंदादेवी (उत्तराखण्ड), मन्नार की खाड़ी (तमिलनाडु) और नीलगिरी (केरल कर्नाटक, तथा तमिलनाडु) की गणना विश्व के जीव मंडल निचय में की गई है। चौदह जीव मंडल निचय (आरक्षित क्षेत्र) • सुंदरवन । • सिमलीपाल। • मन्नार की खाड़ी • दिहांग दिबांग • नीलगिरी • डिब्रु साइकवोवा • नंदादेवी • अगस्त्यमलाई • नाकरेक • कंचनजंगा। • ग्रेट निकोबार • पंचमढ़ी • मानस • अचनकमर-अमरकंटक
IncorrectANSWER-मन्नार की खाड़ी
देश में चौदह जीव मंडल निचय (आरक्षित क्षेत्र) स्थापित किए गए हैं। इनमें से चार सुंदरवन (पश्चिम बंगाल), नंदादेवी (उत्तराखण्ड), मन्नार की खाड़ी (तमिलनाडु) और नीलगिरी (केरल कर्नाटक, तथा तमिलनाडु) की गणना विश्व के जीव मंडल निचय में की गई है। चौदह जीव मंडल निचय (आरक्षित क्षेत्र) • सुंदरवन । • सिमलीपाल। • मन्नार की खाड़ी • दिहांग दिबांग • नीलगिरी • डिब्रु साइकवोवा • नंदादेवी • अगस्त्यमलाई • नाकरेक • कंचनजंगा। • ग्रेट निकोबार • पंचमढ़ी • मानस • अचनकमर-अमरकंटक
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