हिमा दास की सम्पूर्ण जानकारी-Hema Das gold medal winner Biography In Hindi
आईएएस विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर फाइनल की रेस जैसे ही शुरू हुई हेमा दास भारत के 125 करोड़ से ज्यादा लोगों की उम्मीदों के साथ ट्रैक पर भागी| रेस खत्म होते होते हेमा दास ने वो कारनामा कर दिखाया जिस कारनामे को अब तक किसी भारतीय महिला एथलीट ने नहीं किया था|
हिमा दास की जाति
हिमा दास की जाति सबसे अधिक बार सर्च किया गया विषय बन गया है। उनकी उपलब्धि से ज्यादा जाति जानने में बहुत से भारतीय लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। GkPadho.com वेबसाइट ऐसे मानसिकता वाले लोग के लिए कबीर दास का एक दोहा दोहराना चाहती हैं|
“जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान,
मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान।”
फ़िनलैंड के तम्पेरे शहर में हिमा दास चौथे नंबर की के लेन में दौड़ रही थी| रेस में आधे से ज्यादा वक्त तक हिमा चार धारकों से पीछे थी| शुरुआती 35 सेकंड तक हिमा शीर्ष 3 में भी नहीं थी| लेकिन जैसे-जैसे फिनिशिंग लाइन करीब आ रही थी,हिमा के कदमों को जैसे पंख लग गये| अंतिम मोड के बाद हिमा रोमानिया के खिलाड़ी से पिछड़ रही थी लेकिन इसके बाद में उन्होंने आख़िरी कुछ पालो जो दम खम दिखाया उससे स्वर्णिम इतिहास बन गया| आख़िरी पलों में हिमा दास के तेज़ी से बाकी सारे रेसर पीछे छुट गये| 18 साल ही हिमा ने 51.46 में रेस को पूरी कर 400 मीटर का स्वर्ण पदक भारत के नाम कर दिया| इसके साथ ही हिमा से भारत को ख़ुशी मानाने का वह मौका दिया जो किसी भी भारतीय एथलेटिक्स ने अब तक कभी नही दिया था|
हिमा दास की जीवनी -सम्पूर्ण जीवन एक नज़र में-Hima Das Biography In Hindi
नाम | हिमा दास |
जन्म की तारीख | 9 जनवरी 2000 |
आयु (2018 में) | 18 वर्ष |
पिता | रंजीत दास (चावल किसान) |
माँ | जोमाली देवी |
भाई बहन | 5 (नाम ज्ञात नहीं हैं) |
जन्मस्थान | ढिंग, नागांव, असम |
निक नेम्स | हिमा, मोन्जाई, गोल्डन गर्ल |
पैसा | एथलीट |
विशेष पहचान | 2018 में आईएएएफ विश्व चैंपियनशिप में भारत के पहले ट्रैक और फील्ड स्वर्ण पदक विजेता के लिए प्रसिद्ध |
ऊंचाई (लगभग) | सेंटीमीटर में -165 सेमी मीटर में-1.65 मीटर फीट इंच -5’5 “ |
वजन (लगभग) | किलोग्राम में- पाउंड में 50 किलो- 110 एलबीएस |
आई कलर | ब्लैक |
बालों का रंग- | ब्राउन |
इंटरनेशनल डेब्यू | 2018 में आईएएएफ वर्ल्ड यू 20 चैंपियनशिप में |
कोच / सलाहकार | निप्पॉन दास |
रिकॉर्ड्स | 2018 आईएएएफ वर्ल्ड अंडर 20 चैम्पियनशिप में, उन्होंने 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीता, 51.46 सेकेंड का समय देखा और किसी भी ट्रैक आयोजन में विश्व चैंपियनशिप खिताब जीतने वाला पहला भारतीय ट्रैक एथलीट| |
राशि | मकर |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | नागांव, असम |
धर्म | हिंदू |
शौक | फुटबॉल खेलना, शूटिंग करना, संगीत सुनना, फिल्में देखना |
पति | – |
पसंदीदा ट्रैक एथलीट | अश्विनी अक्कुनजी |
पसंदीदा फुटबॉल प्लेयर | निकोलस वेलेज़ (अर्जेंटीना) |
पसंदीदा गायक | जुबिन गर्ग |
हेमा इतिहास रच चुकी है इस उपलब्धि के साथ हेमा विश्व स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई है| हेमा से पहले भारत की किसी भी महिला एथलीट ने विश्व चैंपियनशिप की किसी भी स्तर पर स्वर्ण पदक नहीं जीता था| मशहूर मिल्खा सिंह और पीटी उषा भी यह कमाल नहीं कर पाए थे इस लिहाज से भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हेमा दास की उपलब्धि ऐतिहासिक है|
भारत की नई उड़न परी हिमा दास ने रचा इतिहास
- विश्व स्तर पर गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट
- हिमा से पहले किसी महिला एथलीट ने ये उपलब्धि हासिल नहीं किया था
- ट्रैक स्पर्धा में विश्व स्तर पर गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय
- हिमा से पहले किसी ने टैक स्पर्धा के विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड नहीं जीता था
- मिल्खा सिंह और पीटी ऊषा भी ये कमाल नहीं कर पाए थे
- अंतरराष्ट्रीय ट्रैक पर हिमा दास की उपलब्धि ऐतिहासिक
- असम के नगांव जिले की निवासी
- साधारण किसान परिवार से संबंध
- शुरुआत में हिमा को फुटबॉल खेलने का
- हिमा बचपन में लड़कों के साथ फुटबॉल खेलती थीं
- हिमा फुटबॉल में स्ट्राइकर बनना चाहती थी
- बचपन से ही दौड़ने की बेमिसाल क्षमता
- अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों की 400 मीटर स्पर्धा में छठा स्थान
- 51.32 सेकेंड में दौड़ पूरी कर भारतीय अंडर 20 रिकॉर्ड
- राष्ट्रमंडल खेलों की 4×400 मीटर स्पर्धा में सातवां स्थान
- राष्ट्रीय अंतर राज्य चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड़ में बनाया राष्ट्रीय रिकॉर्ड
- 51.13 सेकेंड के साथ अपने रिकॉर्ड में सुधार
एम सी मेरी कॉम
- बाक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक जीतने वाली एकमात्र बॉक्सर
- 2012 ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली इकलौती भारतीय बॉक्सर
- 2012 ओलंपिक में ब्रांज़ मेडल जीता
कर्णम मल्लेश्वरी
- सिडनी ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक ओलंपिक वेटलिफ्टिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला (1994 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित)
- 1995-96 में राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित
- 1999 में पद्मश्री
सानिया मिर्जा
- लॉन टेनिस तीन मिक्स्ड ग्रैंड स्लैम और विबलंडन डबल्स का ख़िताब -अक्टूबर 2005 में टाइम्स की एशिया के 50 हीरो की सूची में
- नवंबर 2013 में दक्षिण एशिया के लिए यूएन वीमेन गुडविल एंबेसडर
- 2014 में तेलंगाना राज्य के ब्रांड एंबेसडर बनायी गई।
- अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री, पद्म भूषण, राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार
साइना नेहवाल
- लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता
- ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी
Hema Das Gold Biography in Brief For SSC UPSC Bank, Railway Exam
- Daughter of a rice-growing farmer in Dhing town of Assam.
- Spent childhood playing football, cricket with neighborhood boys.
- School teacher spotted her talent at a sporting event in 2011-12.
- Emerged as a district champion within a year.
- Reached state-level competition after two years.
- 2016: Won 100 meter race at State Championships.
- 2016: Reached finals of Junior Athletics Championship in Coimbatore.
- 2017: Participated in a camp organised by Directorate of Sports.
- Competed for the first time in a 400m event at Patiala Federation Cup in March 2018.
- Recorded a 51.97-second run to book her place at Gold Coast Commonwealth Games.
- Finished sixth at Gold Coast, clocked personal best of 51.32 seconds.
- June 27, 2018: Clocked career-best performance of 51.13 seconds in Guwahati.
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